मेरे बारे में

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झारखण्ड के रांची विश्वविद्यालय से पत्रकारिता का छात्र हूँ ! आप बचपन से ही भावुक होते हैं ! जब भी आप कोई खबर पढ़ते-सुनते हैं तो अनायास ही कुछ अच्छे-बुरे भाव आपके मन में आते हैं ! इन्हीं भावो में समय के साथ परिपक्वता आती है और वे विचार का रूप ले लेते हैं! बस मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही है! कलम काग़ज से अब तसल्ली नहीं होती ! अब इलेक्ट्रॉनिक कलम की दुनिया भाने लगी है !

रविवार, 27 नवंबर 2016

बच्चों से बात करते हुए. 
तकनीक और सलेबस के हिसाब से भले ही कमजोर हूँ लेकिन जीवन के संघर्षों ने बहुत कुछ सिखाया है। हमेशा चाहता था कि उन बच्चों को पढ़ाउं जिनतक शिक्षादीप के लौ पहुँचते - पहुँचते दम तोड़ते हों। अजय जी के सहयोग से आज वो सौभाग्य मिला। मेरे साथ वो बच्चे हैं जिनके माता पिता ईंट भट्टों में काम करने के लिए झारखण्ड से पलायन कर जाते हैं। ये बच्चे झारखण्ड के घोर नक्सल प्रभावित गुमला, लोहरदगा, खूंटी, लातेहार और रांची के हैं। आशा नाम की संस्था ऐसे बच्चों के लिए सीजनल हॉस्टल खोलकर उनका भविष्य सवार रही है। लेकिन कठिन परिस्थिति में पढ़ाई कर रहे इन 150 बच्चों के सामने भविष्य की चिंता है... क्योंकि जो संस्था इन बच्चों को मदद कर रही थी उसने हाथ खींच लिया है। अब बच्चे चिंतित हैं कि वे अपनी पढाई कैसे जारी रखेंगे और कैसे अपने सपनो को साकार करेंगे। एक बच्चे के लिए एक दिन में 40 रुपये खर्च आता है। हो सके तो मजदुर दिवस पर आपसब भी ऐसे बच्चों के लिए आगे आएं नहीं तो ये भी ईंट भट्टों में अपना करियर झोंकने को मजबूर हो जायेंगे।


लोगों द्वारा फेसबुक पर दी गई प्रतिक्रिया 

Comments
Smita Sahay Gr8 work sunny.
Subhash Shekhar Mahto सही जगह पहुंचे हैं
Vineet Kedia Appreciable really.. Sunny bhai lage rho
Shahnawaz Idrisi Gud initiative
Rajeev Goswami Ishe UNICEF suport kar raha tha. Media wale unicef ke sath yaha visit bhi kiye the. Kya bat ho gyee
Akhilesh K Singh सन्नी गजब की पाजिटिविटी है तुममे। बरकरार रखो।
Paras Kumar Sahu गुड जॉब
Jharkhand Chemical Society-Ranchi · Friends with RJ Shankey
Great...
Rahul Sharma जज्बा काबिलेतारीफ है
Rahul Singh Good job sir......
Prasenjit Singh सभी पत्रकारो को इनसे सिख लेनी चाहिए।जब भी आप लाते हैं बेहतरीन स्टोरी लाते हैं।
Nitesh Mishra महान
Kamal Kumar Good ...
Ravi Ranjan जज़्बे को सलाम
Amit Mishra जियो मेरे भाई। बहुत बढ़िया
Sadique Alam Good work
Saurabh Suman Main madad karunga bataye kya kya help chahiye
Ajit Kumar Singh SRAAHNIY PRAYAS HAI BHAI.........
Manoj Kumar मैं भी पिछले साल यहां गया था, बच्चों ने स्वागत गीत गाकर सुनाया, उसके बाद एक बहुत मार्मिक गीत '' ना कोई भाइ बहन ना कोई पेड़ की छाया, दर दर ठोकर खाया'' भी सुनाया। अजय जी का प्रयास बहुत हीं सराहनीय है, पर दुखद कि अब यहां खाने पर आर्थिक संकट आ गया है। क्या...See more
UnlikeReply31 May at 18:24
Sunny Sharad असली सवाल तो यही है। मजदुर दिवस के नाम पर लाखों रुपये का कावेरी का नास्ता आ जाता है लेकिन इनके लिए कुछ नहीं होता।
LikeReply11 May at 18:28
Sunny Sharad
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Gaurav Sinha शानदार ,जबरजस्त ,जिंदाबाद......
Ashish Kumar · Friends with Manoj Kumar and 49 others
मुझे भी पढ़ाने का मौका मिले
Atul Gera Iam sure you will bring the attention of right people to secure the future of these children.
Rupesh Singh Good job done sanni
Sanjay Verma · Friends with Snigdha Raman and 14 others
Bahut sahi bhai.
Vimal Kumar Great Sunny.. Gud job Bhai...
Chandan Dev Bhattacharya good job bro........
Parvez Quraishi kha ka hai my bhi hisa bnu btaw
Abhishek Kumar Shastry शानदार , सराहनीय 


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