झारखंड
में सरकार बनने जा रही है लेकिन जिसके लिए सरकार बन रही है उसकी हालत
देखिए...... यह तस्वीर है संथालपरगना के देवघर के एक प्राइवेट क्लिनिक में
भर्ती एक बच्चे की...... जी हाँ वही संथाल परगना जिसकी राजनीति कर दिल्ली
से फैसियल कराकर लौटने के बाद युवा नेता जी जीन्स पर नेहरु कोर्ट पहनने को
तैयार हो रहे हैं। नेता जी ये तस्वीर यह बताने के लिए काफी है की आपके
राज्य और आपके क्षेत्र में कुपोषण की क्या स्थिति
है। पुरे राज्य में 57 फीसदी कुपोषित बच्चे हैं तो आपके संथाल परगना में
यह आंकड़ा 72 का है। समाज कल्याण विभाग के अनुसार राज्य में 5.5 लाख बच्चे
कुपोषित हैं। इसी तरह 78.2 प्रतिशत किशोरियां एवं 70 प्रतिशत महिलाएं खून
की कमी का शिकार हैं। आदिवासी समुदाय की स्थिति तो और भी बदतर है। इस
समुदाय के पांच वर्ष से कम आयु के 80 प्रतिशत बच्चे खून की कमी से जूझ रहे
हैं तथा 85 प्रतिशत महिलाएं खून की कमी का शिकार हैं। पिछले एक दशक में
झारखण्ड में 100 से ज्यादा लोगों की भूख से मौत हो चुकी है जिनमें 40 लोग
आदिम जनजाति समुदाय से हैं। तो ऐसे में समझा जा सकता है की अबतक सरकार ने
पाँच सितारा होटल के मध्यम रौशनी, जोरदार तालियों और दमदार भोजन के साथ
जितनी भी योजनाओ को धरातल पर उतारा है उसकी हकीकत क्या है।
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